
Subhanshu Shukla: अंतरिक्ष की ओर भारत का नया कदम
Group Captain शुभांशु शुक्ला, एक भारतीय वायुसेना के फाइटर पायलट (Fighter Pilot) और टेस्ट फ्लाइंग विशेषज्ञ (test flying specialist), जून 2025 में Axiom-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बनने जा रहे हैं। यह उपलब्धि उन्हें ना सिर्फ गगनयान मिशन की तैयारी में अग्रणी बनाती है, बल्कि भारत के लिए भी गर्व का विषय है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ। उनकी स्कूली शिक्षा सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ से हुई। वे 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) से प्रभावित होकर भारतीय वायुसेना में शामिल होने के लिए प्रेरित हुए।
उन्होंने NDA से स्नातक की डिग्री (BSc, कंप्यूटर साइंस) प्राप्त की और 2006 में भारतीय वायुसेना के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया। इसके अलावा उन्होंने IISc बैंगलोर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में M.Tech की डिग्री भी प्राप्त की।
वायुसेना करियर और उड़ान अनुभव
शुक्ला को 2,000+ उड़ान घंटों का अनुभव है और उन्होंने Su-30 MKI, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier-228 जैसे विभिन्न विमानों को उड़ाया है। वे एक फाइटर कॉम्बैट लीडर, TACDE ग्रेजुएट, और अनुभवी टेस्ट पायलट भी हैं।
ISRO और गगनयान मिशन की भूमिका
2019 में शुभांशु शुक्ला को ISRO द्वारा मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए चुना गया। उन्होंने रूस के यूरी गगारिन स्पेस सेंटर में बेसिक स्पेस ट्रेनिंग पूरी की और इसके बाद बेंगलुरु में एडवांस ट्रेनिंग ली। 2024 में प्रधानमंत्री Narendra Modi ने उन्हें आधिकारिक रूप से गगनयान के चालक दल का हिस्सा घोषित किया।
Axiom-4 मिशन: अंतरराष्ट्रीय पहचान
Axiom Space द्वारा संचालित Axiom Mission 4 में शुभांशु शुक्ला पायलट की भूमिका निभाएंगे। इस मिशन में उनके साथ अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री शामिल होंगे। Axiom-4 मिशन 25 जून 2025 को फ्लोरिडा से लॉन्च होगा और अगले दिन ISS से डॉकरिंग होगी।
वैज्ञानिक प्रयोग और अनुसंधान
ISS पर 14 दिन के मिशन के दौरान शुभांशु शुक्ला 60+ वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लेंगे। इनमें से 7 प्रयोग भारतीय वैज्ञानिकों (scientist) द्वारा प्रस्तावित हैं। ये प्रयोग कृषि, जैव चिकित्सा, पोषण और जीवन समर्थन प्रणालियों पर आधारित होंगे।
पारिवारिक जीवन और व्यक्तिगत प्रेरणा
शुभांशु शुक्ला के पिता श्री शंभु दयाल शुक्ला एक सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, जबकि माता श्रीमती आशा शुक्ला एक गृहिणी हैं। वे Dr. Kamna Shukla से विवाहित हैं जो एक Dentist हैं। उनके एक पुत्र भी है।
शुक्ला की संघर्ष यात्रा भी प्रेरणादायक रही है। NDA की तैयारी के दौरान उन्होंने अपनी बहन की शादी अटेंड नहीं की ताकि वे तैयारी में ध्यान केंद्रित रख सकें।
राष्ट्रीय सम्मान और भविष्य की दिशा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभांशु शुक्ला की सराहना करते हुए कहा कि वे 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। मीडिया में उन्हें भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है जो अंतरराष्ट्रीय स्टेशन तक पहुंचने वाले हैं।
FAQs
शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
वे भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन हैं और Axiom-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय होंगे।
क्या शुभांशु गगनयान मिशन में भी शामिल हैं?
हाँ, वे ISRO के गगनयान मानव मिशन के संभावित चालक दल का हिस्सा हैं।
ISS पर वे क्या कार्य करेंगे?
वे 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोगों का नेतृत्व करेंगे, जिनमें भारतीय प्रयोग भी शामिल हैं।
Axiom-4 मिशन कब लॉन्च होगा?
यह मिशन 25 जून 2025 को लॉन्च होगा और 26 जून को ISS से जुड़ जाएगा।
Related Links
- https://www.isro.gov.in/HumanSpaceflight.html
- https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2005720
- https://www.gctc.ru/main.php?id=151
- https://indianairforce.nic.in/
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