
”भारत आया, मारा और चला गया”: संसद में गूंजी मोदी की आवाज-
संसद के मौजूदा सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार Operation Sindoor पर खुलकर बयान दिया। इस मिशन को लेकर देश में कई दिनों से अटकलें चल रही थीं, लेकिन प्रधानमंत्री ने खुद लोकसभा में खड़े होकर पूरी कार्यवाही का खाका देश के सामने रखा। मोदी ने स्पष्ट कहा, “भारत ने यह फैसला खुद लिया, किसी विदेशी दबाव में नहीं।”
यह कार्रवाई 10 जुलाई को सुबह 4:12 बजे शुरू हुई और सिर्फ 22 मिनट में समाप्त हो गई, जिसमें लक्षित आतंकियों को निष्क्रिय कर दिया गया।
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22 मिनट की कार्रवाई, सटीक टारगेट-
प्रधानमंत्री के अनुसार, पहुंच, हमले और वापसी — तीनों चरण 22 मिनट में पूरे हुए। मिशन में शामिल स्पेशल फोर्सेज़ की टीम को उच्चतम स्तर की खुफिया जानकारी और सैटेलाइट कोऑर्डिनेशन के ज़रिए लक्ष्य दिए गए थे।
PM ने कहा, “हमने सीमा पार जाकर हमला नहीं किया, लेकिन आतंकियों के हर Safe House को खत्म किया गया।” इस मिशन को भारतीय सेना ने पूरी गोपनीयता और तकनीकी दक्षता के साथ अंजाम दिया।
ऑपरेशन से जुड़े Visual Proof मौजूद: सरकार का दावा-
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि सरकार के पास ऑपरेशन के हर स्टेज का वीडियो फुटेज और सेटेलाइट इमेज मौजूद हैं, जिन्हें ज़रूरत पड़ने पर प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं, यह भी बताया गया कि ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ इसलिए रखा गया क्योंकि यह पैगाम है शहीदों के बलिदान का बदला लेने का।
Pahalgam Attack से जुड़ा है मिशन-
7 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 9 श्रद्धालुओं की मौत और 30 से अधिक घायल हुए थे। इस घटना के बाद ही सरकार ने High-Level Meeting बुलाई थी, जिसमें RAW, IB, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की रिपोर्ट पर कार्रवाई का निर्णय लिया गया। उसी बैठक के 48 घंटे के भीतर Operation Sindoor लॉन्च कर दिया गया।
मोदी ने विपक्ष पर भी कसा तंज-
PM मोदी ने संसद में कहा कि, “जब देश बदला ले रहा था, कुछ लोग पाकिस्तान का नाम लेने से भी डर रहे थे। देश को अब निर्णय लेने वाला नेतृत्व चाहिए, न कि डरपोक बयानवीर।”
उन्होंने इशारों में राहुल गांधी और विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘कुछ लोग आतंकियों को भारत माता के बेटे बताते हैं, लेकिन हम उन्हें मिटा देना ही अपना धर्म मानते हैं।’
विपक्ष ने मांगी जांच समिति-
जहां सत्ता पक्ष इस ऑपरेशन को भारत की सैन्य क्षमता का प्रतीक बता रहा है, वहीं कांग्रेस, AAP और TMC जैसे दलों ने इस ऑपरेशन की स्वतंत्र जांच और पारदर्शिता की मांग की है। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ‘नेशनल सिक्योरिटी को राजनीति का हथियार बना रही है।’
सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड में-
प्रधानमंत्री के संसद में बयान के तुरंत बाद #OperationSindoor ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर ट्रेंड करने लगा। Instagram Reels और YouTube Shorts पर भारतीय जवानों की फूटेज और मोदी के भाषण के अंश वायरल हो गए हैं।
मोदी समर्थकों ने इसे ‘New India’s Surgical Strike 2.0’ बताया तो आलोचकों ने इसे चुनावी स्टंट कहा।
निष्कर्ष: कूटनीति के बजाय करारा जवाब-
Operation Sindoor यह दिखाता है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, निर्णायक रणनीति पर काम कर रहा है। संसद में प्रधानमंत्री मोदी का बयान सिर्फ एक सैन्य मिशन की कहानी नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संकेत है — भारत अब चुप नहीं बैठेगा।