
भूस्खलन से यमुनोत्री हाईवे धंसा: दो स्थानों पर यातायात पूरी तरह ठप
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में एक बार फिर कहर बरपाया है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (NH 134) पर सिलाई बैंड और ओजरी के बीच दो स्थानों पर सड़क धंसने और भारी भूस्खलन के चलते मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। उत्तरकाशी पुलिस और जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है।
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मुख्य बिंदु-
दो स्थानों पर भारी नुकसान-
यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड और ओजरी के बीच सड़क दो स्थानों पर पूरी तरह धंस गई है। इन स्थानों पर सड़क का एक बड़ा हिस्सा बह गया है, जिससे दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो चुकी है।
ब्रह्मखाल–महारगांव मार्ग भी प्रभावित-
वैकल्पिक मार्ग ब्रह्मखाल से महारगाँव की ओर जाने वाला मार्ग भी मलबा और पत्थरों से बाधित हो गया है। जेसीबी मशीनों के माध्यम से मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
भारी बारिश का कहर-
मंगलवार को टिहरी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में औसतन 79.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे कई जगहों पर जलभराव, बिजली आपूर्ति ठप और पेयजल संकट जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं।
बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित-
चंबा, जाखिधर, कृषि और दुग्धमंदार जैसे इलाकों में भारी वर्षा के कारण विद्युत पोल और ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई गांवों में पेयजल सप्लाई भी पूरी तरह ठप हो गई है।
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आपातकालीन राहत एवं पुनर्स्थापन कार्य-
एसडीआरएफ और पुलिस तैनात-
राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF) और उत्तरकाशी पुलिस की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। मलबा हटाने और फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास जारी है।
चारधाम यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई-
प्रशासन ने एहतियातन चारधाम यात्रा को कुछ समय के लिए रोका था, जिसे अब पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले मौसम और मार्ग की स्थिति की पुष्टि कर लें।
बड़कोट में बादल फटने की घटना-
इस आपदा से एक दिन पहले बड़कोट के पास बादल फटने की घटना घटी थी, जिसमें दो मजदूरों की मौत और सात लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है। खोज एवं बचाव अभियान जारी है।
मार्ग स्थिति पर नवीनतम अपडेट-
मरम्मत कार्य प्रगति पर-
PWD और BRO की टीमों ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया है। सिलाई बैंड के पास सड़क का एक हिस्सा अस्थायी रूप से बहाल कर दिया गया है, जबकि अन्य हिस्सों पर जेसीबी से कार्य जारी है।
यात्रियों और श्रद्धालुओं को सलाह-
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे बिना जानकारी के पहाड़ी क्षेत्रों की ओर न जाएं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक बारिश की चेतावनी जारी की है।