
22 जुलाई को पहले सावन सोमवार पर लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने डिजिटल दर्शन, रूट प्लान और हाईटेक सिक्योरिटी लागू की है-
भारत में सावन का महीना शिवभक्ति और पवित्रता से भरपूर होता है। 2025 में सावन सोमवार की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। इस विशेष दिन पर देशभर से लाखों श्रद्धालु काशी विश्वनाथ (वाराणसी), हरिद्वार और देवघर जैसे प्रमुख शिवालयों में जलाभिषेक के लिए जुटते हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और झारखंड की सरकारों ने पहले से तैयारी करते हुए मंदिरों में Temple Security Plan और Crowd Control Strategy लागू कर दी है। (Sawan Somwar 2025)
Sawan Somwar 2025: हरिद्वार से दिल्ली तक कांवड़ यात्रा का रूट, अलर्ट जारी
काशी विश्वनाथ मंदिर: सुरक्षा व्यवस्था में ड्रोन निगरानी और ई-पास सिस्टम-
वाराणसी में स्थित Kashi Vishwanath Temple पर सावन सोमवार के पहले दिन 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। जिला प्रशासन ने मंदिर के चारों ओर 5-लेयर सुरक्षा घेरा तैयार किया है। दर्शन के लिए अब E-pass system लागू है और बिना बुकिंग के किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा।
सुरक्षा के लिए PAC और RAF के अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। शहर के सभी मुख्य मार्गों पर barricading और crowd flow management के लिए CCTV कैमरे सक्रिय कर दिए गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें।
हरिद्वार: कांवर यात्रा के लिए चार ज़ोन वाला Route Plan लागू-
हरिद्वार में सावन के पहले सोमवार पर सबसे ज़्यादा भीड़ कांवरियों की रहती है। उत्तराखंड सरकार ने इस बार Kanwar Yatra 2025 Route Plan को चार ज़ोन में विभाजित किया है:
- Red Zone – आपातकालीन और प्रशासनिक सेवा
- Yellow Zone – पैदल यात्रियों (कांवरियों) के लिए
- Green Zone – स्थानीय भक्तों के लिए
- Blue Zone – महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों हेतु
हर की पौड़ी, चंडी देवी और दक्षेश्वर मंदिर जैसे स्थानों पर Drone Monitoring और विशेष भीड़ नियंत्रण इकाइयों की तैनाती की गई है। सभी प्रमुख स्थानों पर जल, भोजन और मेडिकल सहायता के लिए टेंट लगाए गए हैं।
देवघर: बाबा बैद्यनाथ मंदिर में RFID Bands और Digital Slot Booking शुरू-
झारखंड के देवघर स्थित Baba Baidyanath Dham में इस बार डिजिटल तकनीक को पूरी तरह से शामिल किया गया है। यहां RFID Bands से श्रद्धालुओं की लाइन ट्रैक की जाएगी और Online Darshan Slot Booking के ज़रिए दर्शन समय पहले से तय होगा।
मंदिर प्रशासन ने बताया कि भक्तों को SMS और मोबाइल अलर्ट के ज़रिए दर्शन की जानकारी दी जाएगी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर में प्रवेश और निकास मार्ग अलग रखे गए हैं। CCTV और emergency medical help के अलावा स्थानीय स्वयंसेवक भी तैनात किए गए हैं।
Sawan Somwar 2025: हरिद्वार से दिल्ली तक कांवड़ यात्रा का रूट, अलर्ट जारी
सभी राज्यों में 24×7 कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन और ट्रैफिक गाइडलाइन जारी-
यूपी, बिहार और झारखंड की सरकारों ने मिलकर एक Multistate Sawan Control System बनाया है, जिसमें:
- 24×7 Toll-Free Help Lines
- Emergency Medical Units
- Temple Entry Guidelines
- Pilgrimage Tracking System जैसी व्यवस्थाएं सक्रिय की गई हैं।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ, मेरठ, प्रयागराज और अयोध्या जैसे शहरों में ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है। बिहार में गया, पटना, और भागलपुर के प्रमुख मंदिरों में भक्तों के लिए अलग-अलग समय तय किए गए हैं।
श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की विशेष अपील-
- दर्शन से पहले Online Slot Book कर लें
- यात्रा में पानी, मोबाइल पावर और स्वास्थ्य किट साथ रखें
- पैदल यात्री अलग मार्ग से चलें और किसी से बहस या धक्का-मुक्की न करें
- VIP दर्शन के झांसे से बचें, केवल सरकारी वेबसाइट पर भरोसा करें
- कोई आपात स्थिति हो तो हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करें
निष्कर्ष: श्रद्धा के साथ अनुशासन भी ज़रूरी-
सावन सोमवार सिर्फ आस्था का नहीं, व्यवस्थाओं की कसौटी भी है। जहां सरकारें टेक्नोलॉजी और प्रबंधन से हर संभव प्रयास कर रही हैं, वहीं भक्तों को भी नियमों का पालन कर संयमित आचरण दिखाना होगा। तभी यह पावन पर्व सबके लिए सुरक्षित और सुलभ बन सकेगा।