CBSE का नया निर्देश: स्कूलों में ‘Oil Board’ अनिवार्य-
सर्कुलर Acad-45/2025 के तहत CBSE ने पर्यावरण-अनुकूल शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब सभी स्कूलों को ‘Oil Board’ स्थापित करना होगा।
नई दिल्ली, जुलाई 2025 – CBSE (Central Board of Secondary Education) ने एक नई शैक्षणिक गाइडलाइन जारी की है जिसके तहत सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों को अपने परिसर में ‘Oil Board’ लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह आदेश CBSE के सर्कुलर संख्या Acad-45/2025 के माध्यम से जारी हुआ है। बोर्ड का उद्देश्य छात्रों में पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों की बचत के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। (Oil Board CBSE)
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‘Oil Board’ क्या है?
‘Oil Board’ एक सूचना पट्ट (information display board) होगा, जिस पर यह प्रदर्शित किया जाएगा कि स्कूल में खाना पकाने, सफाई, और अन्य कार्यों में कितनी मात्रा में तेल (Edible Oil) का प्रयोग हुआ। इसका मकसद स्कूल स्टाफ और छात्रों दोनों को यह सिखाना है कि तेल का अनावश्यक उपयोग स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
Implementation Timeline और गाइडलाइन-
CBSE सर्कुलर के अनुसार:
- सभी CBSE स्कूलों को यह ‘Oil Board’ अगस्त 2025 तक अनिवार्य रूप से लगाना होगा
- बोर्ड पर रोज़ाना का डेटा अपडेट किया जाना अनिवार्य है
- School Principals को इसकी निगरानी और रिकॉर्ड की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है
- इस मुहिम का हिस्सा बनने वाले स्कूलों को “Sustainable Practice” की कैटेगरी में अंक दिए जाएंगे
CBSE Circular PDF (Acad-45/2025) देखने के लिए यहां क्लिक करें — (साइट पर जाकर सर्कुलर नंबर से सर्च करें)
उद्देश्य क्या है?
CBSE का मानना है कि Environmental Sustainability केवल किताबों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। छात्रों को practical awareness के ज़रिए सिखाना अधिक प्रभावी होता है।
‘Oil Board’ की पहल से छात्रों में यह भावना विकसित होगी कि limited resource usage किस तरह से हेल्थ और नेचर दोनों को प्रभावित करता है।
स्कूलों और पेरेंट्स का रिएक्शन-
कुछ स्कूल प्रिंसिपलों ने इसे एक “constructive behavioural change” बताया है, जबकि कुछ स्कूलों को इसे implement करने में शुरूआती दिक्कतें आ रही हैं।
Parent groups और nutrition experts इस कदम की सराहना कर रहे हैं। उनका मानना है कि “food awareness at school level” लंबे समय में बच्चों की health choices को बेहतर बनाएगा।
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कौन से स्कूलों पर लागू होगा यह नियम?
- सभी CBSE-affiliated private and government schools
- जूनियर से लेकर सीनियर सेकेंडरी स्तर तक के स्कूल
- यह नियम किचन-कैंटीन वाले स्कूलों के लिए अनिवार्य है
क्या मिलेगा इससे फायदा?
लाभ | विवरण |
---|---|
Health Awareness | बच्चों को तेल के सही इस्तेमाल की समझ |
Resource Monitoring | स्कूल स्टाफ में wastage control की accountability |
Environment Impact | Sustainability सीखने का ज़मीनी अभ्यास |
Curriculum Integration | Practical knowledge का real-life application |
CBSE के अन्य नियमों से तुलना
CBSE पहले भी Eco Clubs, Water Conservation Units और Composting Guidelines जैसे नियम लागू कर चुका है। ‘Oil Board’ इन सभी की अगली कड़ी है जो food awareness + environment discipline पर आधारित है। (CBSE Circular 2025)
निष्कर्ष-
CBSE का यह नया नियम शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान से आगे ले जाकर real-world values से जोड़ने का प्रयास है। सर्कुलर संख्या Acad‑45/2025 से मिली जानकारी के अनुसार यह पहल अनिवार्य रूप से लागू होगी, और स्कूलों को इसे प्राथमिकता से अपनाना होगा। (Academic Guidelines)